Chakra Scanning – चक्र स्कैनिंग करना

चक्र स्कैनिंग

चक्र स्कैनिंग में साधक के चक्रों को टेलीपैथी से और Dowsing Technique से स्कैन किया जाता है. आपके चक्र किस फ्रीक्वेंसी पर काम कर रहे है यह एक साधक की अध्यात्मिक यात्रा और भौतिक जीवन दोनों के लिए अति आवश्यक है.

चक्र स्कैनिंग से हमें अपने चक्रों के बारे में जानकारी मिलती है. इस जानकारी के आधार पर हम विभिन्न ध्यान की विधियों के द्वारा चक्रों की फ्रीक्वेंसी को सही कर सकते है.

चक्र स्कैनिंग कैसे की जाती है?

चक्र स्कैनिंग में साधक को अपने ही घर पर या अपनी किसी जगह पर बैठना होता है. एक विशेष प्रक्रिया से साधक से कुछ प्रश्न किये जाते है और विभिन्न चक्रों पर ध्यान लेकर जाने के लिए कहा जाता है. एक विशेष तकनीक का प्रयोग करते हुए साधक की चक्र स्कैनिंग रिपोर्ट तैयार की जाती है.

चक्र स्कैनिंग में कितना समय लगता है

इस प्रक्रिया में लगभग 30 मिनट का समय लगता है और रिपोर्ट तैयार करने में लगभग 2 से 3 दिन का समय लगता है.

 

चक्र स्कैनिंग करवाने से क्या फायदा होता है?

इस से आपको अपने जीवन की समस्यायों का समाधान मिल सकता है. कई प्रकार से डर जो आपके मन में हो उनका कारण पता चल जाता है और फिर हम उसका निवारण भी कर सकते है. जैसे मान लीजिये आपका मणिपुर चक्र सही नहीं है तो इस चक्र के सही नहीं होने की वजह से कई प्रकार के डर मन में पैदा होने लगते है और हमारे अंदर आत्मविश्वास नहीं होता. किसी से बात करने में भी डर लगता है.

जब आपको इसका कारण पता चल जाता है तो आप फिर उस कारण को जड़ से मिटाने के लिए ध्यान साधना कर सकते है.

चक्र स्कैनिंग की कितनी फी है?

इसकी फी 2160.00 INR  है.

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